Sunday 15 October 2017

धांधल राठौड़ की वंशावली



राव आस्थान जी के पुत्र राव धांधल जी के वंशज धांधल राठौङ कहलाये । पाबूजी राठोड़ इसी वंश (खांप) के थे।पाबूजी ने चारणी को दीये गए वचनानुसार पणीग्रहण संस्कार को बीच में छोड़कर चारणी के गायों को बचाने के प्रयास में शत्रु से लड़ते हुए वीर गति प्राप्त की। यही पाबुजी लोक देवता के रूप में पूजे जाते है।  

धांधल राठौङ का पीढी क्रम इस प्रकार है

राव धांधल जी –राव आस्थान जी - राव सीहा जी - राव सेतराम जी।
धांधल जी जोधपुर जिले में फलौदी के पास कोळू(कोलूमंड गाँव) ग्राम के जागीरदार थे। धांधल जी के पुत्र पाबूजी की प्राप्ति अप्सरा रानी के गर्भ से है।  

ख्यात अनुसार पीढी क्रम इस  प्रकार है

1. महाराजराजा यशोविग्रह जी (कन्नौज राज्य के राजा)
2. महाराजराजा महीचंद्र जी
3. महाराज राजा चन्द्रदेव जी
4. महाराजराजा मदनपाल जी (1154)
5. महाराज राजा गोविन्द्र जी
6. महाराज राजा विजयचन्द्र जी जी (1162)
7. महाराज राजा जयचन्द जी (कन्नौज उत्तर प्रदेश1193)
8. राव राजा सेतराम जी
9. राव राजा सीहा जी (बिट्टू गांव पाली, राजस्थान1273)
10. राव राजा अस्थान जी (1292)
11. राव राजा धांधल जी 

  1. बुङा जी (धांधल जी के पुत्र)  
  2. पाबूजी (धांधल जी के पुत्र)

6 comments:

  1. धांधल राठौड़ के बारे में विस्तृत जानकारी हो तो दीजिये
    धांधलो के ठिकाने वंशावली आदि

    ReplyDelete
    Replies
    1. (भीमाना गाँव के धाधंल राठौड़)
      बाड़मेर (कोटडा) से
      सेवाडागढ
      आलपो
      नोवी
      पालडी एम
      मोरली
      भीमाना
      गांव निमाना में जामत सिंह जी राठौड़ द्वारा राठौड़ वंश की नींव रखी गई



      Delete
  2. धांधल राठौड़ :- आस्थान के पुत्र धांधल के वंशज धांधल राठौड़ कहलाये । पाबूजी राठौड़ इसी खांप के थे । इन्होंने चारणी को दिये गए वचनानुसार पाणीग्रहण संस्कार को बीच में छोड़कर चारणी की गायों को बचाने के प्रयास में शत्रु से लड़ते हुए वीरगति प्राप्त की । यही पाबूजी लोकदेवता के रूप में पूजे जाते हैं।
    धांधलों के ठिकाने
    ( जोधपुर रियासत में )
    कोलू पाबूजी ,सालवा, केरु,चीचडली, मोकलास(मोकलावास), गेलावास, रोयला, नांदेड़, बूटेलाव, जाजीयाली, सेवकी, वेगडीयास, चांदरक, आदि ।
    बीकानेर रियासत में भी है,
    गुजरात में भी है।

    ReplyDelete
  3. बाड़मेर में सरणु,महाबार मीठड़ा,चोचरा,धांधलावास,धोरीमन्ना,सणपा,गिड़ा आदी

    ReplyDelete
  4. गुजरात मे ओढ़वा ओर दांतिवाड़ा धानेरा आदि

    ReplyDelete